यह खबर "दैनिक भाष्कर" (सतना) ; दिनांक २० दिसम्बर २००८ के अंक में पृष्ठ संख्या ६ पर प्रकाशित हुई है। हिन्दू समाज में,जहाँ गाय को पूजा योग्य माना जाता है और बैल,किसानों के लिए पुत्र समान होते हैं,उसी देश और समाज में,ऐसी घटनाएँ और ऐसे कुकृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को कौन सी निन्दा शर्मसार कर सकेगी ?
1 comment:
Rishta Wo Dosti Ka Kuch Yu Nibhata Hai
Apne Zakm Aksar Mujhse Chupata Hai
Me Usse Jitkar Bhi Rahta Hu Mayus
Wo Mujse Harkar Bhi Jashn Manata Hai
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